दुर्योधन को ये भ्रम हुआ था सच पूछो तो उन्ही की दृष्टि से। दुर्योधन को ये भ्रम हुआ था सच पूछो तो उन्ही की दृष्टि से।
श्री शुकदेव जी कहते हैं परीक्षित सुनकर जरासंध के वध को। श्री शुकदेव जी कहते हैं परीक्षित सुनकर जरासंध के वध को।
तब्दील हुआ एक खयाल उस सदियों में कुछ काल पहले जहाँ कभी एक जोगी मेरे मोह में तपस्वी सा इश्क के यज्... तब्दील हुआ एक खयाल उस सदियों में कुछ काल पहले जहाँ कभी एक जोगी मेरे मोह में त...
राष्ट्र यज्ञ में जो करे, प्राणों का उत्सर्ग राष्ट्र यज्ञ में जो करे, प्राणों का उत्सर्ग
मेरा घर कौन सा है, वह, जहाँ जब चाहे मेरे पत्नी अधिकारों का होगा हनन, या वह जहाँ यज्ञ में मे... मेरा घर कौन सा है, वह, जहाँ जब चाहे मेरे पत्नी अधिकारों का होगा हनन, या ...
मेरे ख़्याल से... तुम एक ख़्याल ही बेहतर थे... झूठ में लिपटे जवाब... तुम एक सवाल ही मेरे ख़्याल से... तुम एक ख़्याल ही बेहतर थे... झूठ में लिपटे जवाब... तु...